छत्तीसगढ़

12 बैकों से मांगे गए 8 हजार करोड़: समिति प्रबंधकों की हड़ताल का असर, दो दिन में एक किसान ने ही धान बेचने लिया टोकन

बिलासपुर/ बिलासपुर प्रदेश में 14 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने वाली है। इसके लिए 7 नवंबर से टोकन बांटने का काम शुरू कर दिया गया है। किसानों के लिए ऑफलाइन व ऑनलाइन की सुविधा रखी गई है। लेकिन, समिति प्रबंधकों और कर्मचारियों की हड़ताल के कारण दो दिन में केवल एक किसान ने ही टोकन लिया है।

इधर, समिति प्रबंधकों ने हड़ताल में तेजी लाना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि किसी भी उपार्जन केंद्र में धान खरीदी नहीं करने दी जाएगी। शासन के आदेश पर गुरुवार, यानी 7 नवंबर से पंजीकृत किसानों को टोकन बांटने के निर्देश दिए गए हैं। जो किसान 7 नवंबर को टोकन ले लेगा, वह 14 नवंबर को धान बेच सकता है। यह टोकन किसानों को समिति से मिलना है। लेकिन, दो दिन में केवल एक किसान ने ही टोकन लिया है। बता दें कि जिले में 1 लाख 33 हजार किसान हैं।

इधर, जिले के समिति प्रबंधक 4 नवंबर से अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। उनके साथ उपार्जन केंद्र के सभी कर्मचारी हड़ताल में शामिल हो गए हैं। किसानों के बीच में यह मैसेज है कि समिति प्रबंधकों हड़ताल समाप्त होने तक धान की खरीदी नहीं की जाएगी। हालांकि, प्रशासन ने अपनी ओर से धान खरीदी की सारी तैयारी पूरी कर ली है।

धरना स्थल पर हड़ताल में बैठे सहकारी समितियों के प्रबंधक। समिति प्रबंधकों की हड़ताल के पहले केंद्रों के कंप्यूटर ऑपरेटर 39 दिन तक हड़ताल पर रहै। वे काम पर लौटे तो अब ठीक धान खरीदी की तैयारी के समय प्रबंधक अन्य स्टाफ के साथ हड़ताल पर चले गए हैं।

जिला सहकारी बैंक द्वारा धान खरीदी की तैयारी पूरी कर ली गई है। किसानों को बायो मैट्रिक्स मशीन दे दी गई है। वहीं, धान खरीदी के बाद किसानों को भुगतान के लिए 12 बैंकों से 8 हजार करोड़ रुपए मांगे गए हैं।

Shreyansh baid

Editor in Chief

Shreyansh baid

Editor in Chief

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button