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पीएम मोदी और भारत के अपमान पर भड़कीं मालदीव सांसद, कहा- जायज है भारतीयों का गुस्सा…

#BoycottMaldives ट्रेंड होने के साथ ही मालदीव में हड़कंप है।

अब मालदीव की सांसद और पूर्व उपसभापति ईवा अब्दुल्ला ने भी भारत की नाराजगी को सही ठहराया है। साथ ही भारतीयों से मालदीव का बहिष्कार बंद करने की अपील की है।

इससे पहले पूर्व मंत्री अहमद महलूफ ने भी जारी विरोध के बीच मालदीव की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की थी।

अब्दुल्ला ने मंत्रियों के बयानों को शर्मनाक और नस्लभेदी करार दिया है। एनडीटीवी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ‘भारतीयों का नाराज होना जायज है।

वे टिप्पणियां बेहद अपमानजनक हैं। हालांकि, ये बयान किसी भी तरह से मालदीव की जनता का रुख नहीं बताते हैं। इन शर्मनाक बयानों को लेकर मैं व्यक्तिगत रूप से भारत की जनता से माफी मांगती हूं।’

उन्होंने भारत की जनता से बायकॉट मालदीव अभियान को खत्म करने की अपील की है। साथ ही छुट्टियां मनाने के लिए मालदीव आने को कहा है।

उन्होंने कहा, ‘एक या दो लोगों की तरफ से की गई टिप्पणियों को मालदीव की जनता की राय के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। हम भारतीयों से मालदीव वापस आने और बहिष्कार के इस अभियान को खत्म करने का अनुरोध करते हैं।’

पूर्व मंत्री ने भी मांगी माफी
महलूफ ने लिखा, ‘हमारे सबसे करीबी पड़ोसी पर संवेदनशील टिप्पणी करने के मामले के बढ़ने को लेकर मैं काफी चिंतित हूं। भारतीयों का मालदीव को बॉयकॉट करने से हमारी अर्थव्यवस्था पर काफी असर पड़ेगा। ऐसे अभियान से उबरना हमारे लिए काफी मुश्किल होगा। मैं सरकार से तत्काल कार्रवाई करने और इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाने की अपील करता हूं।’

उन्होंने आगे लिखा, ‘भारत हमेशा हमारा सबसे करीबी पड़ोसी रहेगा। यह सच है। हम भारत और भारतीयों से प्यार करते हैं। मालदीव में उनका हमेशा स्वागत है। कुछ मालदीव वासियों की तरफ से भारतीयों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर की गईं टिप्पणियों पर मालदीव का आम नागरिक होने के तौर पर मैं माफी मांगता हूं।’

क्या था मामला
मालदीव के तीन मंत्रियों ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किए थे।

इसके बाद से ही भारत के आम नागरिकों समेत कई हस्तियां भी बायकॉट मालदीव अभिया से जुड़ गईं। इधर, बुकिंग सर्विस कंपनी Easemytrip ने भी बड़ा कदम उठाया है और मालदीव जाने वाली उड़ानों को रद्द कर दिया है।

Yogesh Bansal

Editor in Chief

Yogesh Bansal

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