Breaking News

जापान भूकंप में मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 13, सड़कों में दरार; बिल्डिंग्स धराशाई: चहुंओर तबाही का मंजर…

जापान के मुख्य द्वीप होन्शू के पश्चिमी तट पर सोमवार (नए साल 2024 के पहले दिन)  को आए भूकंप के कारण मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

द जापान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक,यह संख्या बढ़कर अब 13 हो गई है।

इशिकावा प्रांत के नोटो प्रायद्वीप में स्थानीय समयानुसार शाम 4 बजे (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार शाम 7 बजे) के तुरंत बाद 5.7 से 7.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे इमारतें ढह गईं और भूकंप के बाद कई झटके महसूस किए गए।

क्योडो समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इशिकावा प्रांत में 2 लोग मृत पाए गए और 7 अन्य घायल हो गए। पड़ोसी टोयामा प्रान्त में 15 लोग, फुकुई प्रान्त में 55, निगाता प्रान्त में 2 और गिफू प्रान्त में एक व्यक्ति घायल हो गया।

भूकंप के झटके होन्शू के पूर्वी तट पर टोक्यो तक महसूस किए गए। भूकंप ने हाई-स्पीड रेल सेवाओं को रोक दिया और हजारों लोगों को निकालने के लिए मजबूर किया।

सार्वजनिक प्रसारक एनएचके की खबर के अनुसार, होकुरिकु इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने कहा कि इशिकावा में लगभग 33,000 घरों में बिजली नहीं है।
  
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने स्थानीय समयानुसार शाम चार बजे के तुरंत बाद इशिकावा के समुद्र तटीय क्षेत्र और आसपास के प्रांतों में एक दर्जन से अधिक भूकंप आने की सूचना दी, जिनमें से सबसे अधिक 7.6 तीव्रता वाला भूकंप था। भूकंप के कारण जापान के मुख्य द्वीप होंशू के पश्चिमी तट पर आग लग गई और कई इमारतें ढह गईं। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि कितने लोग हताहत हुए होंगे। 
     
एजेंसी ने प्रारंभ में इशिकावा के लिए बड़ी सुनामी चेतावनी तथा होंशु द्वीप के बाकी पश्चिमी तट एवं होक्कैडो के सुदूर उतरी क्षेत्र के लिए निम्न स्तरीय सुनामी चेतावनी या परामर्श जारी किया था।

कई घंटों बाद चेतावनी को नियमित सुनामी में बदल दिया गया, जिसका अर्थ है कि पानी अब तीन मीटर (10 फुट) तक पहुंच सकता है। इसमें कहा गया है कि अगले कुछ दिनों में इस क्षेत्र में बाद के झटके आ सकते हैं।
     
इसे पहले जापान के सरकारी प्रसारणकर्ता ‘एनएचके टीवी’ ने चेतावनी दी थी कि समुद्र में पांच मीटर तक लहरें उठ सकती हैं।

एनएचके टीवी के मुताबिक, आशंका है कि सुनामी की लहरें लौटती रहेंगी तथा प्रारंभिक अलर्ट के बाद चेतावनी जारी की जाती रही । इस क्षेत्र में कई बाद के झटके महसूस किये गये। 

Yogesh Bansal

Editor in Chief

Yogesh Bansal

Editor in Chief

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button