छत्तीसगढ़

युवा शक्ति के हाथों ही खड़ी होगी विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ की बुलंद इमारत : मुख्यमंत्री साय

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 रायपुरछत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद की पुण्यस्थली रही है. स्वामी विवेकानंद जी ने किशोरावस्था के अपने दो बरस यहां डे भवन में व्यतीत किये. जब कोई हवाई मार्ग से रायपुर आता है तो उसे विमानतल का नाम स्वामी विवेकानंद के नाम पर देखकर महसूस हो जाता है कि इस शहर का संबंध स्वामी विवेकानंद से रहा होगा. वहां से शहर के सबसे सुरम्य स्थल विवेकानंद सरोवर तक हर जगह स्वामी विवेकानंद के प्रति इस शहर का आदर नजर आता है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज स्वामी विवेकानंद जी की जयंती ‘‘राष्ट्रीय युवा दिवस‘‘ के अवसर पर साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित तीन दिवसीय राज्य युवा महोत्सव के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुए यह बात कही.

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण में स्वामी विवेकानंद जी की बड़ी भूमिका है. उन्होंने 1893 में शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में जो ऐतिहासिक वक्तव्य दिया, उससे पूरी दुनिया भारतीय चिंतन के आगे नतमस्तक हो गई. स्वामी जी ने अपने संबोधन की शुरूआत अमेरिकन भाइयों एवं बहनों से की. यह वसुधैव कुटुम्बकं के भारतीय दर्शन के अनुरूप था. उस समय अमेरिकन अखबारों ने लिखा था कि स्वामी जी को सुनकर हमें भारत की सनातन परंपरा के गहरे मूल्यों के बारे में पता चला जिनके बारे में हम सोच भी नहीं सकते थे.

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि युवा शक्ति के हाथों ही विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ की बुलंद इमारत खड़ी होगी. हमारे युवा हमारे प्रदेश के भविष्य हैं. युवाओं की शक्ति और संकल्प के बूते ही हम प्रदेश के नवनिर्माण की राह पर तेजी से बढ़ रहे हैं. पूर्ववर्ती सरकार के दौरान भर्तियों में जिस तरह से घोटाला हुआ, उसके चलते हमारे युवाओं का मनोबल पूरी तरह से टूट चुका था. हमने वायदा किया था कि पीएससी घोटाले की जांच कराएंगे. हमने इसकी जांच सीबीआई को सौंपी. सीबीआई ने इस मामले में प्रभावी कार्रवाई की है. पीएससी परीक्षा में युवाओं का भरोसा लौट आया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता से आयोजित हुईं. जब रिजल्ट आया तो मैंने टापर्स को सम्मानित करने बुलाया. उनके चेहरे में संतोष था. उन्होंने मुझे बताया कि पीएससी के भ्रष्टाचार से वे सब टूट चुके थे, नई सरकार ने जिस तरह से भ्रष्टाचार के विरुद्ध कड़ी कार्रवाइयां की, उससे उनका भरोसा सिस्टम में लौट आया. युवा परीक्षाओं की तैयारी तभी बेहतर तरीके से कर पाते हैं जब उन्हें महसूस होता है कि परीक्षा में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होगी. हमने पीएससी की पारदर्शिता बढ़ाने के लिए अनेक उपाय किये हैं. पीएससी की परीक्षा को यूपीएससी के पैटर्न पर हम आयोजित करने जा रहे हैं. इससे प्रदेश के युवाओं का चयन केंद्रीय सेवाओं में भी अधिकाधिक संख्या में हो सकेगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने दिल्ली के यूथ हास्टल में सीटों की संख्या 50 से बढ़ाकर 185 कर दी है ताकि यहां बेहतर कोचिंग कर युवा यूपीएससी परीक्षा क्लियर कर सकें. हमने व्यापम की परीक्षाओं का वार्षिक कैलेंडर जारी कर दिया है. तय समय पर परीक्षा होगी. इसके साथ ही हम विभागों के रिक्त पदों को भरने की भी कार्रवाई तेजी से कर रहे हैं. हमने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया है. यह शिक्षा नये जमाने के रोजगार के लिए युवाओं को तैयार करेगी.

मुख्यमंत्री ने नई औद्योगिक नीति का जिक्र करते हुए कहा कि हमने नई उद्योग नीति में इस बात का पूरा ध्यान रखा है कि स्थानीय युवाओं को अधिकतम संख्या में रोजगार मिले. इसके लिए हम उन उद्योगों को विशेष अनुदान सहायता प्रदान करेंगे जो 1 हजार अथवा इससे अधिक स्थानीय युवकों को रोजगार देंगे. प्रदेश में अगले पांच सालों में ढाई लाख करोड़ निवेश होने की संभावना है जिससे पांच लाख नये रोजगार के अवसरों का सृजन होगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवा बहुत प्रतिभावान हैं. उनके भीतर अनूठे विचार हैं. स्टार्टअप की छत्तीसगढ़ में बड़ी संभावना है. हम इसे प्रोत्साहित कर रहे हैं. हम कोवर्किंग स्पेस बना रहे हैं जहां बेहद कम खर्च में स्टार्टअप आरंभ करने की इच्छा रखने वाला युवा अपना सेटअप स्थापित कर सकता है. आईटी सेक्टर को विशेष रूप से हम प्रेरित कर रहे हैं. नवा  रायपुर में तेजी से आईटी कंपनियां अपने यूनिट आरंभ कर रही है. शीघ्र ही नवा रायपुर नये आईटी हब के रूप में स्थापित होगा.

मुख्यमंत्री ने बस्तर ओलंपिक का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें बस्तर संभाग के 1 लाख 65 हजार प्रतिभाओं ने हिस्सा लिया. हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी मन की बात कार्यक्रम में इस आयोजन की भरपूर प्रशंसा की. छत्तीसगढ़ में खेलों के विकास के लिए भी हम प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए तेजी से अधोसंरचना खड़ी कर रहे हैं और खिलाड़ियों की ट्रेनिंग की पुख्ता व्यवस्था करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में अभी युवा महोत्सव चल रहा है और वहां भी हमारे अनेक युवा साथियों को आमंत्रित किया गया है. प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा की धूम पूरे देश-दुनिया में हैं. आप पूरे उमंग से काम करिये. विकसित भारत-विकसित छत्तीसगढ़ के सपने को पूरा करने हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं. आपकी भागीदारी से निश्चित ही हम यह लक्ष्य हासिल करेंगे.

छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने युवाओं को उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए का प्रेरक संदेश दिया. स्वामी विवेकानंद ने देश और दुनिया में युवाओं को नई पहचान दी. उन्होंने कहा कि युवा शक्ति की बदौलत वर्ष 2047 तक छत्तीसगढ़ देश के विकसित राज्यों में से एक होगा. महोत्सव को उपमुख्यमंत्री द्वय अरूण साव और विजय शर्मा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने भी सम्बोधित किया. समारोह में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, विधायकगण सर्वराजेश मूणत, गुरू खुशवंत साहेब, छत्तीसगढ़ युवा आयोग के अध्यक्ष विश्वविजय सिंह तोमर सहित बड़ी संख्या में प्रदेशभर से आए युवा और आम नागरिक उपस्थित थे.

मुख्यमंत्री साय ने कहा निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण से मिलती है सफलता
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज युवा महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर साइंस कॉलेज स्थित दीनदयाल ऑडिटोरियम में युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सब देश और प्रदेश के भविष्य हैं. एक सपना लेकर कि आप किस रूप में देश और प्रदेश की सेवा करना चाहते है, उसको हासिल करने के लिए पूरी निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण भाव से पढ़ाई करें. छत्तीसगढ़ राज्य में तकनीकी, मेडिकल, लॉ, मैनेजमेंट से संबंधित उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थान हैं. प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी के लिए रायपुर में नालंदा परिसर युवाओं के चौबीसों घण्टे खुला है. नालंदा परिसर की तर्ज पर राज्य के अन्य जिलों में भी हाईटेक लायब्रेरी की स्थापना हम कर रहे है, जहां ऑनलाईन-ऑफलाईन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मटेरियल उपलब्ध होंगे.

मुख्यमंत्री ने बस्तर अंचल के युवाओं को देश और प्रदेश के विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए आयोजित बस्तर ओलंपिक की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस आयोजन की सराहना की है. उन्होंने युवाओं को स्वामी विवेकानंद की जयंती की बधाई देते हुए कहा कि 1893 में अमेरिका के शिकागो में विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद ने सनातन धर्म के आदर्श, अध्यात्म और दर्शन पर अपने व्याख्यान से पूरी दुनिया को भारत का कायल बना दिया.

मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपने संवाद की शुरूआत में अंबिकापुर की अपूर्वा दीक्षित के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि जीवन में कई बार ऐसी परिस्थितियां आती है कि मन विचलित हो जाता है, परंतु हमें अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अडिग रहना होता है. उन्होंने इस सिलसिले में स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़ी एक छोटी सी कहानी सुनाई और कहा कि स्वामी विवेकानंद बनारस में एक सन्यासी के साथ जा रहे थे, उसी समय बहुत सारे बंदरों ने स्वामी जी को घेर लिया, ऐसी स्थिति में स्वामी जी न तो डरे न ही अपनी जगह से डिगे. इसका परिणाम ये हुआ कि सारे बंदर भाग गए. उन्होंने युवाओं को आह्वान किया कि हमें भी अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अडिग रहना है. दृढ़संकल्प से सारी समस्याओं का समाधान निकलेगा.

मुख्यमंत्री साय ने रायगढ़ के ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी की छात्रा श्रुति के सवालों के जवाब में कहा कि हमें सफलता के लिए अपना एक क्षेत्र चुनकर पूरी दृढ़ता और मनोयोग के साथ प्रयास करने से सफलता मिलती है. बस्तर में शांति और विकास के संबंध में राजकुमार कुरेटी के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर के नक्सल प्रभावित पांच जिलों में सुरक्षा और विकास को लेकर सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है. इन जिलों में 39 सुरक्षा कैम्प की स्थापना और नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से लोगों को शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ सुनिश्चित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य में डबल इंजन की सरकार है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का देश से 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प है. जिस प्रतिबद्धता और रणनीति के साथ नक्सलवाद के समूल खात्मे के लिए हमारी सरकार काम कर रही है, उससे हमें लगता है कि हम इस लक्ष्य को निर्धारित समयवधि से पहले ही प्राप्त कर लेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में शांति और विकास की स्थापना के लिए वहां के लोग भी बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे है. बस्तर ओलंपिक के आयोजन में लाखों युवाओं की भागीदारी इस बात को प्रमाणित करती है.

बलौदाबाजार की छात्रा मृणाल वाजपेयी द्वारा मुख्यमंत्री साय से उनके मुख्यमंत्री बनने तक के सफर के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जशपुर के एक छोटे से गांव बगिया के रहने वाले है. आज उनके गांव की आबादी लगभग ढाई हजार है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वह 10 साल के थे, तभी पिताजी का साया उनके सर से उठ गया. परिवार की पूरी जिम्मेदारी माता जी के ऊपर आ गयी. माता जी निडर महिला है बड़े धैर्य और निडरता से जिम्मेदारी सम्हाली. हमारे पालन-पोषण, पढ़ाई के साथ-साथ खेती-बाड़ी और घर का काम उन्होंने सम्हाला. माता जी को हमने अपना रोल मॉडल माना. बड़ा होने के नाते घर की जिम्मेदारी हमने अपने ऊपर ली. जिस समय पिता जी का स्वर्गवास हुआ उस समय मेरा छोटा भाई मात्र दो माह का था. छोटे भाईयों को पढ़ाया, लिखाया. हमने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरूआत पंच से की. पांच साल पंच रहे. गांव के लोगों ने हमारे अच्छे काम और ईमानदारी को देखकर हमें निर्विरोध सरपंच चुना. छह माह बाद ही विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिली और 1990 में तपकरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक बना. मुख्यमंत्री ने फिर अपने सांसद बनने, पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्री मंडल में राज्य मंत्री और मुख्यमंत्री बनने तक के सफर का उल्लेख किया और कहा कि उन्हें जब भी कोई जिम्मेदारी दी गई, उन्होंने उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाया. उन्होंने कहा कि राजनीतिक जीवन में स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी उनके रोल मॉडल रहे है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ काम करने के अवसर का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने जिस तरीके से निर्णायक फैसले लिए है, वे मेरे ही नहीं, नई पीढ़ी के भी रोल मॉडल हैं.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 13 जनवरी को दंतेवाड़ा, सुकमा और कोण्डागांव के दौरे पर रहेंगे
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 13 जनवरी सोमवार को दंतेवाड़ा जिले के बड़ेबचेली, सुकमा एवं कोण्डागांव के दौरे पर रहेंगेे. मुख्यमंत्री इस दौरान तीनों जिलों में वृहद पैमाने पर विकास कार्याें का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे. मुख्यमंत्री कोण्डागांव में आयोजित रोड शो में शामिल होंगे.

जारी कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 13 जनवरी को पुलिस परेड ग्राउंड  रायपुर से सुबह 10.05 बजे हेलीकॉप्टर से दंतेवाड़ा जिले के बड़ेबचेली जाएंगे और वहां पूर्वान्ह 11.30 बजे से आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विकास कार्याें का लोकार्पण, शिलान्यास एवं भूमिपूजन करेंगे. मुख्यमंत्री इसके पश्चात हेलीकॉप्टर से दोपहर 12.40 बजे सुकमा जिला मुख्यालय पहुंचेंगे और वहां मिनीस्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में विकास कार्याें का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे. मुख्यमंत्री इसके पश्चात अपरान्ह 3 बजे कोण्डागांव पहुंचेंगे और वहां रोड शो में शामिल होने के पश्चात स्टेडियम ग्राउंड विकास नगर में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विकास कार्याें का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे. मुख्यमंत्री कोण्डागांव से शाम 5.15 बजे पुलिस परेड ग्राउंड रायपुर लौट आएंगे.

Suraj Makkad

Editor in Chief

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