बिलासपुर में बीजेपी की आठ माह की सरकार में 135 बलात्कार हुए,महिलाओं की सुरक्षा में बीजेपी नाकाम – शैलेश
बिलासपुर/ महिला उत्पीड़न के मामले में बिलासपुर की घटनाएँ शर्मसार करने वाली है,सरकार के उप मुख्यमंत्री जो कि ग्रह मंत्री है उन्होंने ख़ुद विधानसभा में इस बात का उत्तर दिया था कि पिछले छह माह यानि साय सरकार में तीस जून तक बिलासपुर में 129 बलात्कार के अपराध के मामले हो चुके है और ये कोई छोटी बात नहीं है।महिलाओं की सुरक्षा के मामले में सरकार की लापरवाही बढ़ती जा रही है और ये हाल बिलासपुर का ही नहीं है पूरे देश में इस वक़्त महिलाओं की सुरक्षा और उन पर हो रहे अत्याचार पर चिंतित है,कोलकाता की घटना ही नहीं इस समय प्रत्येक राज्य में महिलाओं का शोषण बढ़ा है।महाराष्ट्र,मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़,
असम,मणिपुर और भी कई राज्य है जहां के मामले बाहर आये है लेकिन घटनाएँ सभी राज्यों में बढ़ रही है।महिलाओं पर अत्याचार के मामलों में कौन दोषी है उन सब पर कार्यवाही होनी चाहिए।
बिलासपुर में मासूम बच्चियों के साथ अनाचार की घटनाएँ हो चुकी है जिसने बिलासपुर को कई बार शर्मसार किया है और ये कोई छोटी बात नहीं है महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर सरकार ने लापरवाही किया है और इसका परिणाम है कि बिलासपुर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंतित है।साय सरकार अपने सुशासन का ढोल पीट रही है और मुद्दे भटकाने में लगी है और सच्चाई को छुपाने का काम सरकार द्वारा किया जा रहा है।बिलासपुर में बढ़ते अपराध जैसी चाकूबाज़ी,लूटमारी,हत्या जैसे बड़े अपराध बढ़ रहे है और यहाँ का व्यापारी और आम नागरिक सभी बहुत परेशान है कब कहाँ चाकूबाज़ी हो जाये।
विधानसभा के चुनाव के समय बीजेपी प्रत्याशी अमर अग्रवाल ने जनता को ताल ठोककर दावा किया था कि जब वो विधायक बनेंगे तो पंद्रह दिनों में बिलासपुर अपराध मुक्त हो जाएगा लेकिन अपराध मुक्त होना तो दूर बिलासपुर तो अपराध गढ़ बन गया है और विधानसभा में तीस जून तक अमर अग्रवाल जी की इस बार की विधायकी के समय में सात हज़ार से भी ज्यादा अपराध हो चुके है जो कि एक अपराध का रिकॉर्ड है।विधायक जी के दावे फेल हो चुके है और बिलासपुर में जिस प्रकार से महिलाओं के अपराध बढ़े है और गुंडागर्दी और चाकूबाज़ी बढ़ी है इससे विधायक जी को सच का सामना करना चाहिए और अपनी गलती के लिए उनको जनता से माफ़ी माँगनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए,क्योंकि जो इतना बड़ा झूठ बोलकर चुनाव लड़ा और नागरिकों और मतदाताओं को धोखा दिया।सरकार को संज्ञान लेते हुए इस बात की जानकारी महामहिम राष्ट्रपति जी और महामहिम राज्यपाल जी को देनी चाहिए और बिलासपुर में हुए अन्याय और अत्याचार से पीड़ित परिवारों को न्याय मिलना चाहिए।