छत्तीसगढ़

कथा जब समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच जाएगी तब समाज में रामराज्य संभव: चिन्मयानंद बापू

बिलासपुर/ साइंस कॉलेज मैदान में चल रही श्री शिव महापुराण के द्वितीय दिवस में बापूजी ने कहा कि आज कथा के बहुत सारे वर्ग कथा से वंचित है और कहीं ना कहीं दुर्भाग्य है ऐसे लोगों का जो समाज में रहकर भी समाज के प्रति वफादार नहीं है और सनातन धर्म के होकर भी सनातन धर्म को खेद पहुंचा रहे बापू जी ने कहा कि समाज के अंतिम वर्ग का व्यक्ति भी अगर कथा से जुड़े तो आज समाज में रामराज्य संभव हो जाएगा बाद में शिव महापुराण की कथा के संबंध में बापूजी ने च चंचला देवी की भक्ति और उनकी द्वारा सुनी गई शिव महापुराण की कथा को बताते हुए कहा कि चंचला का पति अत्यंत दुराचारी था और उसके पापों का परिणाम कि उसकी मृत्यु के पश्चात उसको भयानक प्रेत बनना पड़ा लेकिन बाद में चंचला के द्वारा जब विंध्य पर्वत पर शिव महापुराण कराकर और शिव महापुराण अपने पति के नाम से सुनी गई और उसके कारण उसके पति को प्रेत योनि से मुक्ति मिले बापूजी ने कहा कि पति पत्नी यदि चाहे ले तो एक दूसरे को भयानक से भयानक पापों से भी मुक्ति अपने कर्मों से दिला सकते हैं बापूजी ने कहा इस समाज में चाहे पति कितना भी आगे बढ़ जाए और चाहे पत्नी भी कितनी आगे बढ़ जाए लेकिन दोनों को चाहिए कि अपनी भक्ति से एक दूसरे को प्रभावित करें बापूजी ने कहा कि शिवपुराण की कथा सुनने के बाद हमारा मोक्ष तभी होगा जब हम आगे जीवन में पाप ना करने का संकल्प लें और भोलेनाथ के प्रति अपने अगाध श्रद्धा बताते हुए अपने जीवन को पवित्र और पुनीत बनाएं
बापू जी ने कथा के दौरान एक सुंदर भजन भोले बाबा तेरी नौकरी सबसे बढ़िया है सबसे खरी जैसे ही गाया श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए और पंडाल से बाहर तक श्रोताओं की अपार भीड़ भजन में सुंदर नृत्य गान करने लगे इस पवित्रतम श्रावण मास में बापू ने कहा कि भोलेनाथ की भक्ति से सर्वोच्च कुछ भी नहीं है और जितना हो सके इस महीने में शिव महापुराण की कथा सुने और भोलेनाथ की आराधना रुद्राभिषेक और उनकी भक्ति करें
आज कथा में मुख्य अतिथि के रुप में श्री चंद्रचूड़ त्रिपाठी, मनोज तिवारी, स्वप्निल शुक्ला, अभिनव तिवारी, कन्हैया सिंह ठाकुर, अजय सिंह, रामनारायण राठौर, गजेंद्र सिंह, परमार, नरेंद्र यादव, सुधांशु मिश्रा, भरत ठाकुर मिडिया प्रभारी एवं मुख्य यजमान श्री मंगलू राम राठौर श्रीमती धनबाई राठौर उपस्थित रहे ।।

Shreyansh baid

Editor in Chief

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