छत्तीसगढ़
डायल 112 की टीम की सूझबूझ : नाला-पहाड़ का रास्ता पार कर कांवड़ से गर्भवती महिला को पहुंचाया वाहन तक
डायल 112 की टीम ने 3 किमी नाला-पहाड़ वाले रास्ते को पार कर गर्भवती महिला को कांवड़ से वाहन तक लेकर आए। इसके बाद महिला ने वाहन में ही बच्चे को जन्म दिया।
रायगढ़। आजादी के 75 सालों बाद भी गांवों की स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं आया है। बरसात के दिनों में गांवों को शहर से जोड़ने वाले रास्ते कीचड़ में बदल जाते हैं। इसके अलावा रास्तों पर पानी भी भर जाता है। ऐसी स्थिति में आवागमन के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पहाड़ और जंगल के बीच ग्राम पोरेमर घुटरूपारा बसा है। रास्तों पर जलभराव के कारण बरसात के दिनों में इस गांव में चार पहिया तो क्या दो पहिया वाहन भी नहीं जा पाता है। ऐसे में गांव की ही एक गर्भवती महिला को दर्द उठना परिवार के लिए मुसीबत का सबब बन गया। परिवार ने बिना देर लगाए गर्भवती सुष्मिता (28) को अस्पताल पहुंचाने के लिए डायल 112 को कॉल किया।