छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री साय ने पंडरिया क्षेत्र के लिए पांच निःशुल्क एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

 

रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी स्थित मुख्यमंत्री निवास परिसर से पंडरिया विधानसभा क्षेत्र वासियों के लिए 5 निःशुल्क एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। भावना समाज सेवी संस्थान द्वारा संचालित निःशुल्क एम्बुलेंस की संख्या बढ़कर अब आठ हो गई है। क्षेत्र के जरूरतमंद मरीजों को अब आपातकालीन सुविधा 24 घंटे 7 दिन मिलेगी। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, श्री रामविचार नेताम, श्री केदार कश्यप और विधायक श्री पुरन्दर मिश्रा भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज मुझे बहुत ही हर्ष का अनुभव हो रहा है। विधायक श्रीमती भावना बोहरा की पहल से अपने एक और वादे को पूरा करने का हमें अवसर मिला है। निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा से पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत इंदौरी, पंडरिया, पांडातराई, दुल्लापुर एवं कुंडा क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा एवं आपातकालीन सेवा मिलेगी। भावना समाज सेवी संस्थान द्वारा निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा का संचालन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इससे किसी भी विषम परिस्थिति में मरीजों को त्वरित सेवा मिलेगी। जनहित के ऐसे प्रयास के लिए स्वयं सेवी संस्थाआंें को आगे आना चाहिए।  विधानसभा चुनाव के समय “भावना बोहरा की गारंटी“ सेवा संकल्प पत्र में हमने स्वस्थ एवं समृद्ध पंडरिया के उद्देश्य को सार्थक करने हेतु पंडरिया विधानसभा में निशुल्क एम्बुलेंस सेवा शुरू करने का संकल्प किया था और आज मुझे बहुत ही ख़ुशी हो रही है कि आप सभी के सहयोग एवं समर्थन से हम अपने इस संकल्प को पूरा करने जा रहे हैं।
गौरतलब है कि रणवीरपुर एवं आदिवासी व वनांचल क्षेत्र कुई-कुकदुर में पहले से ही तीन निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा का सुचारू रूप से संचालन हो रहा है और अब तक हजारों परिवारों को इस आपातकालीन सेवा का लाभ मिल रहा है। आपातकालीन समय में मरीजों को घर से अस्पताल व अस्पताल से घर लाने-ले जाने के साथ ही बहुत से ऐसे मरीज थे, जिन्हें बेहतर उपचार हेतु रायपुर व अन्य जिलों में भी इस एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुँचाने की सुविधा मिली है। इसके साथ ही पूर्व में संचालित एक निःशुल्क मोबाइल हेल्थ पैथ लैब एवं महाविद्यालयीन छात्राओं हेतु महाविद्यालय से घर आने-जाने हेतु तीन निःशुल्क बस सेवा की सुविधा दी जा रही है।

Shreyansh baid

Editor in Chief

Shreyansh baid

Editor in Chief

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button