भारत की नाराजगी से मालदीव टूरिज्म में हड़कंप, अब देने लगे पुराने रिश्तों की दुहाई…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद मालदीव की ओर से प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। अब मालदीव एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म इंडस्ट्री या MATI ने तीन मंत्रियों की तरफ से दिए गए बयानों की निंदा की है।
साथ ही भारत की तरफ से की गई मदद को भी याद किया है। MATI ने भारत ‘मालदीव के लिए सबसे बड़ा बाजार’ बताया है। साथ ही दोनों देशों के बीच रिश्ते बने रहने की इच्छा जाहिर की है।
सोमवार को MATI की तरफ से जारी बयान के अनुसार, ‘भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कुछ उपमंत्रियों की तरफ से की गईं अपमानजनक टिप्पणियों की मालदीव एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म इंडस्ट्री कड़ी निंदा करता है।
भारत हमारा सबसे करीबी पड़ोसी और सहयोगी है। हम पर आए किसी भी संकट पर सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वाला भारत ही है। हम सरकारों और भारत की जनता के इस रिश्ते को बनाए रखने के लिए आभारी हैं।’
आगे कहा गया, ‘कोविड-19 के दौरान सीमा खोले जाने के बाद उबरने में हमारी काफी मदद की है। तब से ही मालदीव में भारत हमारा सबसे बड़ा बाजार बना हुआ है।’
कहा गया, ‘हमारी इच्छा है कि हमारे दोनों देशों के बीच करीबी रिश्ता आने वाली पीढ़ियों तक बना रहे। हम ऐसे कामों या बयानों से बचते हैं जो हमारे अच्छे संबंधों पर बुरा असर डाल सकते हैं।’
मालदीव की यात्रा के लिए नहीं आ रही नई पूछताछ
भारत और मालदीव के बीच छिड़े कूटनीतिक विवाद के बीच घरेलू टूर ऑपरेटरों के संगठन आईएटीओ ने सोमवार को कहा कि मालदीव की यात्रा के लिए कोई भी नई पूछताछ नहीं आ रही है।
टूर ऑपरेटर निकाय इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IOTO) के अध्यक्ष राजीव मेहरा ने कहा, ‘हमने पूर्व-निर्धारित यात्रा रद्द होते हुए नहीं देखा है क्योंकि लोगों ने यात्रा से संबंधित बुकिंग पर पैसा लगाया है।
लेकिन 15-20 दिनों में हमें कुछ असर देखने को मिल सकता है।’ इसके साथ ही मेहरा ने कहा, ‘भारतीय पर्यटकों की ओर से मालदीव के लिए कोई नई पूछताछ नहीं आ रही है।’
ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष ज्योति मयाल ने कहा कि मालदीव के लिए भारत अग्रणी पर्यटन बाजार है।
ऐसे में हाल के विवाद के बाद भारतीय अगर मालदीव की यात्रा का बहिष्कार करने लगते हैं तो यह द्वीपीय देश के लिए बड़ी समस्या पैदा कर सकता है।
मयाल ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘मालदीव की यात्रा करने वाले सर्वाधिक लोग भारतीय होते हैं। ऐसे में इस तरह की अपमानजनक टिप्पणियां उनके लिए अच्छा नहीं होगा।
कोविड के बाद भारतीय पर्यटकों ने मालदीव के होटल क्षेत्र के पुनरुद्धार में प्रमुख भूमिका निभाई।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे कुछ ट्रैवल ऑपरेटरों ने हमें सूचित किया है कि उन्होंने मालदीव में होटल बुकिंग रद्द करने में वृद्धि देखी है।’