सीबीआई की एक और बड़ी कार्रवाई: सीजीपीएससी की पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती हिरासत में
रायपुर/ छत्तीसगढ़ राज्य सेवा आयोग (सीजीपीएससी) 2021 भर्ती गड़बड़ी मामले में सीबीआई ने रविवार को बड़ी कार्रवाई की। तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक को केंद्रीय एजेंसी ने हिरासत में ले लिया है। एजेंसी को उनके खिलाफ भर्ती से जुड़े लेनदेन के अहम सबूत मिले हैं।
हिरासत में सीबीआई आरती से गहन पूछताछ कर रही है, पर उसने गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है। इससे पहले 6 दिसंबर को सीबीआई ने आरती के भरकापारा, राजनांदगांव स्थित घर में दबिश दी थी। जबकि 18 नवंबर को गिरफ्तार पीएससी के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी (रिटायर्ड आईएएस) के यहां जब्त दस्तावेजों में आरती से जुड़े साक्ष्य उसके हाथ लगे हैं।
सीजीपीएससी का मुख्य काम परीक्षा आयोजित करना है। इस कारण परीक्षा नियंत्रक के पद की अहमियत ज्यादा है। परीक्षा नियंत्रक ही पीएससी में सर्वेसर्वा होता है। हर गोपनीय कार्य परीक्षा नियंत्रक के जिम्मे है। उसके ही दस्तखत से सारी प्रक्रियाएं होती हैं। उसकी जिम्मेदारियों में परीक्षाओं का आयोजन, पेपर सेट करवाना, छपवाना,परिणाम जारी करना शामिल है। इसके अलावा इंटरव्यू के लिए पैनलिस्ट की सूची परीक्षा नियंत्रक ही अध्यक्ष को सौंपता है।
पीएससी के पूर्व सचिव जीवन किशोर ध्रुव और पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक सीबीआई की राडार पर हैं। इसके 2 दिन बाद आरती के घर में छापेमारी हुई और 2 दिन बाद गिरफ्तार कर लिया गया। गौरतलब है कि पद से हटाए जाने के बाद आरती का तबादला बस्तर कर दिया गया था। उधर, सीबीआई एक-एक करके कई और लिंक स्थापित कर रही है। आने वाले समय में कई गिरफ्तारियां होंगी।
कार्रवाई का असर: वासनिक का आईएएस अवॉर्ड रुका आरती 2005 राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी हैं। 2005 में डिप्टी कलेक्टर बनी थीं। अलग-अलग पदों पर रहने के बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल में उप सचिव रहीं। पीएससी की उप परीक्षा नियंत्रक के बाद कांग्रेस सरकार ने उन्हें परीक्षा नियंत्रक बना दिया। आरती पूर्व मुख्यमंत्री की सचिव रहीं राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया की करीबी मानी जाती है। आरती, सौम्या बैच मेट हैं। कोयला घोटाला मामले में सौम्या जेल में हैं। दोनों को आईएएस अवॉर्ड होना था, मगर विवादों के चलते इस रोक दिया गया है।