सीबीआई ने किया गिरफ्तार : 25 लाख की रिश्वत लेते पकड़ाए डीआरएम सौरभ
जगदलपुर। वाल्टेयर रेल मंडल के डीआरएम सौरभ कुमार तीन दिन पहले मुंबई के एक होटल में 25 लाख रुपए की रिश्वत लेते सीबीआई के हाथों पकड़े गए हैं। उनके साथ दो और लोगों को भी CBI ने गिरफ्तार किया है। मालूम हो कि डीआरएम सौरभ कुमार हाल ही में जगदलपुर प्रवास पर पहुंचे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुंबई व पुणे की कंपनियों पर रेलवे ने 3.17 करोड़ का जुर्माना लगाया था, जिसे कम करने डीआरएम और कंपनी संचालकों के बीच 25 लाख की डील हुई थी। विशाखापटनम रेल मंडल के मुख्य संचार प्रमुख ने डीआरएम के गिरफ्तार होने की पुष्टि की है।
बताया जा रहा है कि विशाखापटनम स्थित डीआरएम कक्ष को सीबीआई ने सील कर जांच में लिया है। साथ ही डीआरएम के बंगले में भी सीबीआई की टीम दो दिन पहले जांच के लिए पहुंची थी। सूत्रों के मुताबिक घंटों जांच के बाद डीआरएम के बंगले और उनके दफ्तर स्थित कक्ष से जरूरी दस्तावेज और सामान सीबीआई के अफसर साथ ले गए हैं जिसका खुलासा नहीं हो सका है। सीबीआई के प्रवक्ता ने बयान में कहा, गिरफ्तारियों के बाद सीबीआई ने मुंबई, विशाखापत्तनम, पुणे, वडोदरा और कोलकाता में 11 स्थानों पर छापे मारे। डीआरएम सौरभ कुमार के मुंबई स्थित आवास पर छापेमारी रविवार को भी की, क्योंकि तीन अलमारियां बंद थीं और चाबियां उपलब्ध नहीं थीं। जारी तलाशी के दौरान सीबीआई ने अब तक 87.6 लाख रुपए का कैश, लगभग 72 लाख रुपए के आभूषण, संपत्ति के दस्तावेज, लॉकर की चाबियां आदि बरामद की हैं।
पेनाल्टी कम करने मांगी थी रिश्वत
अधिकारी सौरभ कुमार कथित तौर पर पूर्वी तटीय रेलवे द्वारा दिए गए ठेकों में खराब प्रदर्शन के लिए जुर्माना कम करने और 3.17 करोड़ रुपए के बिलों के भुगतान के बदले में रिश्वत मांगी थी। मुंबई स्थित डी. एन. मार्केटिंग के मालिक सानिल राठौड़ से रिश्वत ले रहे थे। ये ठेके डीएन मार्केटिंग और पुणे स्थित एचआरके सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड ने हासिल किए थे, जिसका नियंत्रण आनंद भगत के पास था। सीबीआई ने कहा कि उसने राठौड़ और भगत को भी गिरफ्तार किया है।