थाने में युवक ने लगाई फांसी…पिता बोले-पुलिस ने मारकर लटकाया: बलरामपुर में देर रात तक चक्काजाम, भूपेश ने कहा- गृहमंत्री को बदलें; टीआई-आरक्षक सस्पेंड
बलरामपुर/ पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के बाद बलरामपुर थाने में लोगों की भीड़ ने हमला बोल दिया। देर रात तक हंगामे के बाद थाने और एसपी कार्यालय के सामने एनएच पर चक्काजाम कर प्रदर्शन कर रहे लोगों की भीड़ को पुलिस ने हटाया। एसपी ने बलरामपुर थाना प्रभारी और आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है। शहर में भारी पुलिस बल तैनात है।
मृतक गुरुचरण मंडल के पिता शांति राम ने थाने से बाहर निकलकर कहा कि पुलिस ने उसके बेटे को मारकर लटकाया है, TI और SP तीन दिनों से गुरुचरण को पीट रहे थे, इसलिए उसने फांसी लगा ली। वहीं ASP शैलेंद्र पांडेय ने इन आरोपों को खारिज किया है। घटना पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने x पर पोस्ट कर गृहमंत्री को हटाने और सिंहदेव ने घटना की तत्काल निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।
जिला अस्पताल में पुलिस फोर्स तैनात
फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम जिला अस्पताल में मौजूद है। युवक के शव के पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शुरू हो गई है, यहां मजिस्ट्रेट भी मौजूद हैं। ऐहतियात के तौर पर जिला अस्पताल में पुलिस बल तैनात किया गया है।
जिला अस्पताल के बाहर पुलिस बल तैनात है।
जिला अस्पताल में शव का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है, रोते हुए परिजन पहुंचे।
पुलिस अफसर के साथ फोरेंसिक की टीम भी अस्पताल में मौजूद है।
जानिए क्या है पूरा मामला
बलरामपुर थाने में गुरूवार को पूछताछ के लिए बुलाए गए स्वास्थ्य विभाग के प्यून गुरूचरण मंडल (30) ने लॉकअप के बाथरूम में फांसी लगा ली। थाने में गुरूचरण मंडल की मौत की सूचना लोगों को शाम को मिली तो हंगामा मच गया। लोगों ने थाने का घेराव कर जमकर हंगामा करते हुए थाने और पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया।
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने नेशनल हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। वहीं घटना के बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए देर रात थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और कॉन्स्टेबल अजय यादव को निलंबित कर दिया गया है।
प्यून गुरुचंद मंडल जिसने थाने के बाथरूम में लगाई फांसी।
थाने में पुलिस अधिकारियों के सामने हंगामा
थाने के सामने खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़
मंत्री नेताम ने की शांति बनाए रखने की अपील बवाल के बाद कृषिमंत्री रामविचार नेताम ने वीडियो मैसेज जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। नेताम ने कहा कि दोषी जो भी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। सरकार आपकी है, लोग शांति बनाए रखें।
क्यों फॉलो नहीं किया प्रोटोकॉल घटना के बाद आईजी अंकित गर्ग ने कहा कि कस्टडी में मौत के बाद मानवाधिकार आयोग के द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है। इस दावे के उलट बलरामपुर पुलिस ने सभी प्रोटोकॉल की अनदेखी की।
दोपहर करीब दो बजे गुरूचरण मंडल को पूछताछ के लिए थाने में बुलाया। करीब 45 मिनट बाद उसने लॉकअप के बाथरूम में फांसी लगा ली। आरोप है कि वह पत्नी की गुमशुदगी के मामले में पुलिस द्वारा कई बार घंटों पूछताछ से डर गया था और डिप्रेशन में था।
युवक ने फांसी लगाई तो नियम के अनुसार फोरेंसिक जांच होनी चाहिए, लेकिन पुलिस ने शव को उतरवाकर हॉस्पिटल भेज दिया। हॉस्पिटल से ही गुरुचरण मंडल की मौत की जानकारी बाहर आई। लोगों को सूचना मिली तो वे थाने पहुंच गए।
गुरूचरण मंडल के पिता शांति राम मंडल को पुलिस ने बुलाकर थाने के अंदर रखा। उसे लोगों से मिलने तक नहीं दिया गया। इससे लोग भड़क गए और आक्रोशित लोगों ने थाने पर हमला बोल दिया। रात 9 बजे हंगामे के बाद थाने से शांति राम मंडल को छोड़ा गया।
गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, पति पर ही शक बलरामपुर में एनएचएम कार्यालय में बतौर प्यून पदस्थ संतोषीनगर निवासी गुरुचरण मंडल की पत्नी रीना गिरी 29 सितंबर को लापता हो गई थी। गुरुचरण मंडल की पहली पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी। पहली पत्नी से उसका एक बच्चा भी है। दूसरी पत्नी रीना गिरी के साथ गुरूचरण मंडल रह रहा था।