इजरायली सेना ने हमास आतंकी के घर मारी रेड, दो अटैचियों में करोड़ों का कैश मिला; बड़ी वारदात का अंदेशा…
गाजा पट्टी में इजरायली सेना का जमीनी अभियान जारी है।
इजरायल की सेना आईडीएफ शहर भर में हमास आतंकियों को चुन-चुनकर निशाना बना रही है।
इस बीच गाजा के लोगों पर पहली बार दया दिखाते हुए आईडीएफ ने मदद के लिए रास्ता भी खोला है, जहां से लोगों के लिए भोजन, पानी और अन्य जरूरी सामान पहुंचाया जा रहा है।
गाजा में चल रहे सैन्य अभियान के बीच इजरायली सेना ने हमास के एक सीनियर लीडर और आतंकी के घर रेड मारी है।
यहां से सेना ने दो अटैचियों में करोड़ों का कैश बरामद किया है। आईडीएफ का दावा है कि इन फंड का इस्तेमाल आतंकी बड़ी वारदात के लिए करने वाले थे। इजरायली सेना इस ऑपरेशन को युद्ध में बड़ी सफलता मान रही है।
इजरायली सेना आईडीएफ ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक तस्वीर पोस्ट की है। जिसमें दो अटैचियों के अंदर बेतहाशा कैश देखा जा सकता है।
आईडीएफ ने दावा किया है कि यह कैश गाजा शहर में हमास के एक सीनियर लीडर और आतंकी के घर रेड के दौरान मिला है।
सेना ने हालांकि उस आतंकी के नाम का खुलासा नहीं किया लेकिन, यह रकम 5000000 NIS (इजरायली मुद्रा) बताई जा रही है। भारतीय करेंसी में यह रकम करीब 9 करोड़ रुपए है।
आतंकी वारदातों के लिए फंड
आईडीएफ ने दावा किया है कि हमास के एक वरिष्ठ आतंकवादी के आवास से बरामद यह कैश आतंकवादी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल में आएंगे।
आईडीएफ का आरोप है कि इस पैसे को हमास आतंकी गलत कामों के लिए यूज कर रहे हैं। जबकि, गाजा शहर में लोग भूख और प्यास से तड़प रहे हैं।
गाजा के लोगों की मदद के लिए आगे आने के बजाय हमास आतंकी सिर्फ और सिर्फ इजरायल के खिलाफ साजिश रचने और आतंकी वारदातों के लिए कर रहा है।
गाजा के लोगों पर इजरायल ने दिखाई दया
इससे पहले रविवार को इजरायली सेना ने गाजा के लोगों को मदद पहुंचाने वाले रास्ते को खोल दिया है।
हमास से युद्ध में यह पहली बार है जब इजरायल ने गाजा के लोगों की मदद की है क्योंकि गाजा में भीषण कत्लेआम और खून-खराबे के कारण हालात बेहद बुरे हैं।
लोगों को खाने के लिए भोजन और पीने के लिए पानी तक नसीब नहीं हो पा रहा है। पिछले दिनों यूएन ने भी मामले में चिंता जताई थी और युद्धविराम की अपील की थी। अमेरिका ने भी गाजा के लगातार बिगड़ते हालातों पर चिंता जताई है।
जो बाइडेन ने इजरायली सरकार को जमीनी हमला बंद करने की सलाह भी दी। गौरतलब है कि गाजा शहर में भीषण कत्लेआम के दौरान कम से कम 20 हजार फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं।