मुख्यमंत्री जुआँ और सट्टा से परडे कितना “विष्णुभोग” लग रहा है ! सरकार अपराध नियंत्रण का ढोंग कर रही है- शैलेश
बिलासपुर/ पूरे प्रदेश में खुलेआम जुआँ और सट्टा चल रहा है और अपराधी खुलेआम पुलिस और सरकार पर ऊँची आवाज़ में पैसा देने का आरोप लगा रहे है,आये दिन बिलासपुर में जुआँ और सट्टे की खबरें मीडिया में आ रही है और नाकाम सरकार कुछ नहीं कर पा रही है और यही नहीं ज़िले में बढ़ते अपराध सरकार की क़ानून व्यवस्था पर और कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे है कि आख़िर कब बंद होंगे अपराध ? जुआँ का जाल बेख़ोफ़ फल फूल रहा है और कई ज़िलों में तो टेंट लगाकर जुआँ और सट्टा खिलाया जा रहा है ! जुआँ और सट्टा और नशा ये सब बिलासपुर में वारदातों को बढ़ा रहे है और बिलासपुर की क़ानून व्यवस्था इन्ही कारणों से कमजोर पड़ रही है।
बिलासपुर में कल भी चाकू बाजी की वारदात हुई और रोज़ रोज़ चाकू चलने की घटनाएँ अब बिलासपुर में आम हो गई है,आख़िर इतने चाकू आते कहाँ से है और इस प्रकार से खुलेआम चाकू चलाने की घटनाएँ क्यों हो रही है,पुलिस का डर कहाँ चला गया और पुलिस इतनी बेबस क्यों हो गई है,क्या कारण है ? हत्या बिलासपुर में एसे हो रही है जैसे आम बात हो और खुले आम नागरिकों पर धारदार हथियार से उनकी हत्या की जा रही है।दुष्कर्म के मामले बिलासपुर में बढ़ते जा रहे है और मासूम बच्चियों को शिकार बनाया जा रहा है यानि मासूम बच्चियों की सुरक्षा भी नहीं हो पा रही है,कुलमिलाकर बिलासपुर में अपराध बढ़ते जा रहे है और इस वक़्त बिलासपुर अपराधों के मामले में प्रदेश में शीर्ष पर है।
सरकार और सरकार के जिन्मेदार लोग केवल यही राग अलाप रहे है कि अपराध कांग्रेस के कार्यकाल में ज्यादा था और अभी कम है यानि कहना क्या चाह रहे है कि अभी अपराध और बढ़ेंगे ? ये जवाब बहुत ही राजनीतिक है और जनता के लिए खतरे की बात है। अपराध मुक्त का दावा करने वाले विधायक जी वोट लेने के लिए जनता को झाँसा दिये और उसके बाद जनता कन्नी काट लिए,क्यों ?