छत्तीसगढ़

54 गांव मलेरिया के लिए अतिसंवेदनशील, 7 नए मरीज मिले: हाईकोर्ट के आदेश के बाद कलेक्टर ने बाइक से किया दौरा, अब डॉक्टर्स-स्वास्थ्यकर्मी नहीं छोड़ सकेंगे मुख्यालय

बिलासपुर/ छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में कोटा के 54 गांव मलेरिया के लिए अतिसंवेदनशील हैं। यहां 7 नए मरीज मिले हैं। हाईकोर्ट के आदेश के बाद बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण ने गुरुवार को कोटा विकासखंड के मलेरिया प्रभावित कुरदर, छुईहा, टेंगनमाड़ा समेत कई अन्य गांवों का इसके पहले बुधवार को बिलासपुर में मलेरिया से दो सगे भाइयों की जान चली गई। 5 दिन पहले तेज बुखार आने के बाद दोनों को टेंगनमाड़ा उप स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था। बुधवार की सुबह पहले बड़े भाई इरफान की मौत हुई।

सड़क को आने-जाने योग्य बनाने के निर्देश

कलेक्टर अवनीश शरण ने सड़क को दो दिनों में सुधार कर आने-जाने योग्य बनाने के निर्देश दिए। कुरदर में मलेरिया चौपाल लगाकर हालात की समीक्षा की। उन्होंने स्वयं मितानिन से मलेरिया जांच कराकर जांच का परीक्षण किया। उनके साथ एसडीएम युगल किशोर उर्वशा समेत स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम मौजूद थी।

कलेक्टर अवनीश शरण ने चार घंटे तक कोटा ब्लाक के दूरस्थ मलेरिया पीड़ित इलाके का सघन दौरा किया। ग्रामीणों और स्वास्थ्य विभाग के मैदानी कर्मचारियों से हालात की जानकारी ली। कुरदर के सरपंच राजकुमार पैकरा से भी चर्चा की। उन्होंने रोज शाम को जन चौपाल लगाकर जागरूकता फैलाने को कहा। एक बाइक एंबुलेंस को कुरदर में चौबीसों घंटे रखने के निर्देश दिए। सभी चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों को मुख्यालय में रहने को कहा। केंदा अस्पताल को एक 108 वाहन उपलब्ध कराने को कहा। कुरदर में पानी एवं बिजली की समस्या के निदान करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।

आरडी किट से करें मलेरिया की जांच

कलेक्टर ने टेंगनमाड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया। पिछले दिनों करवा ग्राम के एक ही परिवार के दो बच्चों की मलेरिया से मौत की पुष्टि हुई है। कलेक्टर ने कहा कि डायरिया और मलेरिया को हल्के में ना लें। प्रभावित ग्रामों का पूरा सर्वेक्षण करें।

Shreyansh baid

Editor in Chief

Shreyansh baid

Editor in Chief

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button