छत्तीसगढ़

आयुष्मान कार्ड के बावजूद मरीजों से जबरन वसूली: बिलासपुर में 5 अस्पतालों को नोटिस और एक पर जुर्माना, शॉर्ट लिस्टेड किए गए कई हॉस्पिटल

बिलासपुर / छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में आयुष्मान कार्ड के बावजूद मरीजों से वसूली मामले में स्वास्थ्य विभाग ने 5 अस्पतालों को नोटिस और एक पर जुर्माना लगाया है। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में आयुष्मान कार्ड के बावजूद मरीजों से वसूली मामले में स्वास्थ्य विभाग ने 5 अस्पतालों को नोटिस और एक पर जुर्माना लगाया है। आरबी हॉस्पिटल, नोबल हॉस्पिटल, न्यू लाइफ हार्ट केयर हॉस्पिटल और श्रीमंगल हॉस्पिटल को नोटिस जारी हुआ है। वह दरअसल, अस्पतालों के खिलाफ कई शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनमें आरोप लगाया गया था कि आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद मरीजों से इलाज के नाम पर अलग से पैसों की वसूली जा रही थी। इन शिकायतों की सत्यता की जांच करने के बाद विभाग ने कार्रवाई की है।nआयुष्मान कार्ड के बावजूद मरीजों से वसूली मामले में आरबी हॉस्पिटल को नोटिस

अस्पतालों से अवैध वसूली के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक आरबी हॉस्पिटल, नोबल हॉस्पिटल, न्यू लाइफ हार्ट केयर हॉस्पिटल और श्रीमंगल हॉस्पिटल को नोटिस जारी कर उनसे इस अवैध वसूली के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया है। उनके खिलाफ भी जुर्माने की कार्रवाई हो सकती है। आयुष्मान कार्ड से मरीजों का इलाज नहीं करने पर 1 लाख 82 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है।

1 लाख 82 हजार रुपए का जुर्माना

इधर, ओमकार हॉस्पिटल के खिलाफ लगातार शिकायतें मिली थीं। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के बाद भी आयुष्मान कार्ड से मरीजों का इलाज नहीं करने पर 1 लाख 82 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है।

अस्पतालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे

CMHO ने यह भी बताया कि 12 से अधिक अस्पताल अभी भी जांच के दायरे में हैं। अगर उनके खिलाफ भी ऐसे ही आरोप सिद्ध होते हैं, तो उन पर भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। विभाग का कहना है कि मरीजों के अधिकारों का हनन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी पाए गए अस्पतालों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे।

ऐक्सट्रा पैसे वसूल कर रहे थे अस्पताल

बता दें कि बिलासपुर के अधिकतर अस्पतालों में मरीजों से आयुष्मान कार्ड योजना के तहत बिना पैसे लिए इलाज करना है, लेकिन मरीजों का या तो इलाज नहीं किया जा रहा था, या फिर ऐक्सट्रा पैसे वसूले जा रहे थे। इसी को लेकर शिकायत हुई थी। अब विभाग कार्रवाई कर रहा है।

Shreyansh baid

Editor in Chief

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