छत्तीसगढ़
आपातकाल की याद में ‘काला दिवस’ : साव बोले- आम नागरिक के अधिकार का हनन किया था, 10 साल में लोकतंत्र मजबूत हुआ है
रायपुर/ 1975 में 25 जून को इमरजेंसी लगाई गई थी। इसे भाजपा 'काला दिवस' के रूप में बना रही है। इस मसले को लेकर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया कि, उस वक्त नागरिक अधिकार का हनन कर तानाशाही दिखाई गई थी और हजारों लोगों को जेल के अंदर डालने का काम किया गया था। न्यायपालिका, मीडिया की स्वतंत्रता का हनन करने और देश के लोगों को प्रताड़ित करने का काम कांग्रेस पार्टी ने किया था। डिप्टी सीएम साव ने कहा कि, वास्तव में देश के लिए 'काला दिन' था और किस प्रकार से अत्याचार इंदिरा गांधी और कांग्रेस की सरकार ने किया था। इसकी जानकारी लोगों को है और दोबारा कोई इस तरह की हिम्मत ना कर सके, इसलिए बीजेपी आज सभी जिला मुख्यालय में 'काला दिवस' मना रही है। 10 साल में लोकतंत्र मजबूत हुआ है डिप्टी सीएम साय बोले कि, पिछले 10 साल में लोकतंत्र मजबूत हुआ है और हर एक व्यक्ति को उसके मौलिक अधिकार मिले हैं। इससे पहले बार-बार देश के संविधान के साथ छेड़छाड़ की, इन लोगों ने बाबा साहब के विपरीत जाकर काम किया, देश में भ्रम फैलाने का काम किया है। संविधान प्रजातंत्र का अपमान किया है।