3 हजार से अधिक स्टूडेंट्स वाले कॉलेजों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा मिलेगा
बिलासपुर/ नए शिक्षा सत्र में बीए, बीकॉम और बीएससी समेत स्नातक स्तर की पढ़ाई के साथ छात्र तकनीकी ट्रेंड्स का भी प्रशिक्षण ले सकेंगे। उच्च शिक्षा विभाग राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के प्रथम चरण के तहत उन सभी शासकीय कॉलेजों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने का विचार कर रहा है, जहां 3 हजार से अधिक विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। विद्यार्थियों को आर्ट्स, कॉमर्स, विज्ञान और गणित की पढ़ाई के साथ ही स्किल डेवलपमेंट का पाठ भी पढ़ाया जाएगा।
इससे उन्हें हायर स्टडी में लाभ होगा। यदि काम करना चाहेंगे तो भी उन्हें लाभ होगा। इसमें अपनी रुचि के अनुसार इलेक्ट्रिशियन, फीटर, मेशन, वेल्डिंग, कंप्यूटर समेत अन्य ट्रेंड्स शामिल किए जा सकते हैं। इसके लिए कौशल विकास, पंचायत, ग्रामीण विकास और उद्योग विभाग से उच्च शिक्षा विभाग अनुबंध करने जा रहा है। इससे डिग्री की पढ़ाई के दौरान छात्र-छात्राओं को गांवों और शहरों की जरूरतों की जानकारी मिल सकेगी। उनके भीतर छिपी प्रतिभा को निखारा जाएगा, ताकि वह किताबी ज्ञान के साथ हुनरमंद भी बन सकें। इसमें मेशन, वेल्डिंग, कंप्यूटर के बेसिक ज्ञान समेत इलेक्ट्रशियन, फिटर जैसे अन्य ट्रेंड्स भी शामिल किए जा सकते हैं।