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मृतक के परिजनों को मिलेगा 15-15 लाख मुआवजा व हर महीने दिये जायेंगे इतने हजार…गृहमंत्री ने सुलझाया मुद्दा

रायपुर। अशोका बिरयानी में दो कर्मचारियों की मौत मामले में पुलिस ने रेस्टोरेट के चार कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इससे पहले देर रात परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। विवाद सुलझते नहीं देख, खुद गृहमंत्री विजय शर्मा रात करीब 1 बजे मौके पर पहुंचे। उन्होंने इस मामले कड़ा रुख अपनाया, जिसके बाद अशोका बिरयानी रेस्टोरेंट पीड़ित परिवार को मुआवजे देने और भरण पोषण भत्ता देने पर सहमति बनी।

अशोका बिरयानी सेंटर में 2 कर्मचारियों की मौत को लेकर शुक्रवार की रात जमकर हंगामा हुआ। आधी रात गृहमंत्री विजय शर्मा भी पहुंचे व होटल मालिक समेत प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस ने अशोका बिरयानी के मालिक समेत चार लोगों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। अशोका बिरयानी प्रबंधन दोनों कर्मचारियों के परिजन को 15-15 लाख रुपए मुआवजा देने और आजीवन 15-15 हजार रुपए महीने गुजारा भत्ता देने का भरोसा दिया है।

विवाद सुलझने के बाद 4 बजे लाश को लेकर अंतिम संस्कार के लिए अपने पैतृक गांव रवाना हो गए। इधर, अशोका बिरयानी सेंटर प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने एमडी केके तिवारी, CEO सनाया तिवारी, GM रोहित चंद समेत ब्रांच मैनेजर रोमिना मंडल पर नामजद FIR दर्ज की है। मृतकों में एक सुपरवाइजर था और दूसरा इलेक्ट्रीशियन के तौर पर काम कर रहा था।

मामले में परिजन काफी आक्रामक थे, परिजनों का आरोप था कि ये एक हादसा नहीं हत्या है। जब एक व्यक्ति की अंदर मौत हो गई, तो उसे निकालने के लिए जबरन दूसरे को धकेला गया। इस घटना में धमतरी जिले के रहने वाले 19 साल के डेविड साहू की की जान गई। नीलकमल और डेविड को गटर से बाहर निकाला गया तो एक की मौत हो चुकी थी। दूसरा अधमरी हालात में था। डेविड 6 बहनों के बाद एक अकेला भाई था। घर की सबसे छोटी बहन की अभी शादी नहीं हुई है। उस पर घर चलाने और अपनी बहन की शादी की भी जिम्मेदारी थी।

वहीं मृतक नील कुमार पटेल (30 वर्ष) जांजगीर चांपा का रहने वाला था। नील के भाई दिनेश पटेल ने बताया कि नील अशोका बिरयानी में इलेक्ट्रीशियन था। इसके बाद भी उसे गटर में उतारा गया। घटना के बाद होटल प्रबंधन ने उसे भी लगातार गुमराह करते हुए मौत की अलग-अलग वजह बताई। नील का डेढ़ साल का बच्चा है।

Shreyansh baid

Editor in Chief

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