पाकिस्तान से साफ हो रहे भारत के दुश्मन, 7 दिन में दूसरे आतंकी को गोली मारकर हत्या….
पाकिस्तान में भारत विरोधी आतंकवादियों का धीरे-धीरे सफाया हो रहा है।
खैबर पख्तूनख्वा में अज्ञात लोगों ने लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अकरम गाजी की गोली मारकर हत्या कर दी है। पिछले एक सप्ताह में यह दूसरी हत्या है।
सूत्रों ने कहा कि अकरम खान उर्फ गाजी 2018-2020 के बीच लश्कर के लिए आतंकवादियों की भर्ती करने में टॉप रैंक हासिल कर चुका थआ।
पिछले दो वर्षों में कई बैचों में कश्मीर घाटी में घुसपैठ करने वाले कई आतंकवादियों को कट्टरपंथी बनाने के लिए भी जिम्मेदार था।
इससे पहले रविवार को जम्मू-कश्मीर में 2018 सुंजवान आतंकी हमले के मास्टरमाइंडों में से एक ख्वाजा शाहिद का अपहरण कर लिया गया था। बाद में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास उसका सिर कटा हुआ पाया गया था।
एक सूत्र ने कहा, “गाजी लश्कर के केंद्रीय भर्ती सेल का एक प्रमुख सदस्य था। भारत के खिलाफ नफरत भरे भाषणों के लिए जाना जाता था।” सूत्र ने यह भी कहा कि बाजौर जिले में बाइक सवार लोगों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी आईएसआई इस हत्या को कम करने की कोशिश कर रही है।
हाल के दिनों में लश्कर के बड़े आतंकवादियों की यह दूसरी हत्या है। सितंबर में पीओके के रावलकोट में अल कुद्दूस मस्जिद के बाहर लश्कर कमांडर रियाज अहमद की हत्या कर दी गई थी।
वह पीओके में लश्कर की भर्ती का काम संभाल रहा था। गाजी का मारा जाना लश्कर और आईएसआई के लिए एक और बड़ा झटका है। यह हत्या खालिस्तानी आतंकवादी परमजीत सिंह पंजवार की मौत की याद दिलाती है। मई में लाहौर में उसके आवास के पास सुबह की सैर के दौरान अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों मौलाना जियाउर रहमान की भी कराची के गुलिस्तान-ए-जौहर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
वहीं, मुफ्ती कैसर फारूक की गुलशन-ए-उमर मदरसे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले फिदायीन दस्ते के मुख्य संचालक जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शाहिद लतीफ को 10 अक्टूबर को पाकिस्तान के सियालकोट की एक मस्जिद में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी।