डा सी वी रमन विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
कोटा। डा सी वी रमन विश्वविद्यालय करगी रोड कोटा में ” उद्यमिता विकास: कुशल और विकसित भारत के लिए एक जनजातीय परिप्रेक्ष्य” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 21 दिसम्बर 2024 को आयोजित होगा। जनजाति जनजातीय परिप्रेक्ष्य में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय संगोष्ठी के विवरणिका को आदिम जाति कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणी बोरा ने जारी करते हुए जनजातीय परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण इस राष्ट्रीय संगोष्ठी के लिए अपनी शुभकामनायें प्रेषित करते हुए संगोष्ठी में शामिल होने हेतु अपनी सहमति प्रदान किया।
विकसित भारत के लिए जनजातीय परिप्रेक्ष्य में उधमिता विकास महत्वपूर्ण:कुलपति प्रोफेसर आर पी दुबे।
इस राष्ट्रीय संगोष्ठी हेतु अपनी शुभकामनायें देते हुए कुलपति प्रोफेसर दुबे ने कहा कि विकसित भारत के लिए जनजातीय परिप्रेक्ष्य में उधमिता विकास महत्वपूर्ण है, यह संगोष्ठी भविष्य में इस विषय पर निति निरधारण हेतु महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
देश के अनेक विशेषज्ञ होगें शामिल: कुलसचिव डा अरविंद तिवारी
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा अरविंद तिवारी ने बताया कि इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में आदिम जाति कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणी बोरा सहित देश के विभिन्न विशेषज्ञ जैसे गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी दिल्ली के प्रोफेसर डा दुर्गेश त्रिपाठी, भारतीय सामाजिक अनुसंधान परिषद दिल्ली के पूर्व निदेशक श्री अजय गुप्ता, शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डा शरद नेमा, डा विनोद सोनी, डा सजीवन कुमार, गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डा राजेन्द्र मेहता, डा पुष्पराज सिंह, डा देवेंद्र सिंह, रविंद्र नाथ टैगोर यूनिवर्सिटी भोपाल की प्रोफेसर डा रचना चतुर्वेदी सहित विभिन्न राज्यों के विशेषज्ञ एवं प्रतिभागी शामिल होगें।
राष्ट्रीय संगोष्ठी के लिए 18 दिसम्बर तक होगा पंजीयन: संगोष्ठी संयोजक डा अनुपम तिवारी
राष्ट्रीय संगोष्ठी के संयोजक एवं ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डा अनुपम तिवारी ने बताया कि इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रतिभागीता के लिए 18 दिसम्बर 2024 तक पंजीयन कर रीसर्च पेपर भेजा जा सकता है। विस्तृत जानकारी हेतु मोबाइल नंबर 9424140268, 9301554506, 78989 99332 अथवा विश्वविद्यालय के वेबसाइट से जानकारी प्राप्त की जा सकती है।