अपने ही लोगों की हत्या, शवों को नोचकर खंभे से लटकाया; फिलिस्तीनियों ने क्यों दी सजा…
कथित तौर पर इजरायली सैनिकों के साथ सहयोग करने के लिए वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी गुटों द्वारा तीन लोगों की हत्या कर दी गई।
यह खबर ऐसे समय में सामने आई है जब गाजा पर नियंत्रण रखने वाले हमास ने एक युद्धविराम समझौते के तहत शुक्रवार को 13 इजरायली महिलाओं और बच्चों की रिहा कर दिया था।
आतंकवादी समूह ने थाइलैंड और फिलीपींस के 11 कृषि श्रमिकों को भी रिहा किया है। इस बीच हमास का क्रूर चेहरा एक बार फिर से उजागर हो गया।
सोशल मीडिया पर जारी तस्वीरों और वीडियो में लोगों की भीड़ नारे लगाते दिख रही है। वहीं सामने दो शवों को बिजली के खंभे पर लटकाया हुआ और उन्हें बुरी तरह काटा गया है।
फॉक्स न्यूज ने बताया कि इसी तरह जेनिन में एक शख्स की हत्या कर दी गई। वहीं इजरायल के एन12 न्यूज चैनल ने तुल्कर्म में मारे गए दो लोगों की पहचान 31 वर्षीय हमजा मुबारक और 29 वर्षीय आजम जुबरा के रूप में की है।
रिपोर्ट में दावा किया गया कि इन लोगों को फिलिस्तीनियों ने मारा है। उनकी हत्या के बाद भीड़ “तुम गद्दार हो!”, “इनके सिर कुचल दो”, “तुम जासूसी करते हो” के नारे लगा रही थी। इसमें दावा किया गया कि दोनों व्यक्तियों के शवों के साथ दुर्व्यवहार किया गया।
दोनों व्यक्तियों पर इजरायली सेना को जानकारी मुहैया कराने का आरोप था जिसके कारण हमास और इस्लामिक जिहाद से जुड़े तीन आतंकवादियों की उनके ‘अपनों’ ने हत्या कर दी।
इन लोगों ने कथित तौर पर एक वीडियो रिकॉर्डिंग में “कबूल” करते हुए कहा कि उन्हें इजरायली रक्षा बलों (IDF) की मदद के लिए पैसे मिले थे। i24 न्यूज के अनुसार खुद को “रेजिस्टेंस सिक्योरिटी” कहने वाले एक संगठन ने उनकी फांसी पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि किसी भी मुखबिर या किसी गद्दार के लिए कोई छूट नहीं है, और जो कोई भी हमारे लड़ाकों की हत्या के किसी भी मामले में शामिल साबित होगा, हम उस पर हमला करेंगे, उसका पीछा करेंगे और उसे मौत की सजा देंगे।”
इजरायल के अनुसार, हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला करके लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया और 1,200 लोगों को मार डाला। बंधक कई समुदायों से थे, जिनमें कम्युनिटी फार्म (किबुतजिम) और दक्षिणी इजरायल में सैन्य अड्डे के लोग शामिल थे। आधे से अधिक बंधकों के पास अमेरिका, थाइलैंड, ब्रिटेन, फ्रांस, अर्जेंटीना, जर्मनी, चिली, स्पेन और पुर्तगाल सहित लगभग 40 देशों की विदेशी और दोहरी नागरिकता थी। इजरायली मीडिया और इजरायली सरकार के अनुसार, बंधकों में 40 बच्चे जबकि कुछ सैनिक, बुजुर्ग और विकलांग लोग भी हैं।
इजरायल और हमास के बीच समझौते के तहत चार दिवसीय युद्धविराम शुक्रवार सुबह प्रभावी हो गया और इसी के साथ इजरायल में कैद फिलिस्तीनियों और गाजा में उग्रवादियों द्वारा बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों की अदला-बदली शुरू हुई है। शुक्रवार को इजरायल ने 39 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जबकि इसके कुछ घंटे पहले गाजा में हमास के उग्रवादियों ने 13 इजराइली बंधकों को रिहा कर दिया था। इजरायल में लोगों ने अपने कुछ रिश्तेदारों की वापसी पर संतोष व्यक्त किया, लेकिन जो लोग अभी भी कैद में हैं, उन्हें लेकर चिंताएं बरकरार हैं।
वर्ष 2007 से गाजा पट्टी पर शासन कर रहे हमास ने सात अक्टूबर को इजरायल पर आश्चर्यजनक हमला किया था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए। हमास उग्रवादियों ने लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया था। इसके जवाब में इजराइल ने गाजा पर भीषण हमले किए, जिसमें 14,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इजरायल ने 300 फिलिस्तीनी कैदियों की एक सूची जारी की है। समझौते के तहत तीन फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में हमास एक बंधक को रिहा करेगा।